Petrol Diesel Rate – अगर आप बाइक या कार से रोज ऑफिस जाते हैं, तो ये खबर आपके चेहरे पर मुस्कान ले आएगी। 29 जून 2025 को पेट्रोल और डीजल के नए रेट जारी कर दिए गए हैं और इस बार राहत की खबर है! बीते कुछ महीनों से लगातार घटती कीमतों का सिलसिला इस महीने भी जारी रहा और अब ईंधन पहले से सस्ता हो गया है।
क्यों घटे पेट्रोल-डीजल के दाम?
पेट्रोल और डीजल की कीमतें अचानक नहीं घटतीं – इसके पीछे कई बड़े कारण होते हैं। इस बार दामों में आई गिरावट की सबसे बड़ी वजह रही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी। इसके अलावा रुपया भी डॉलर के मुकाबले थोड़ा मजबूत हुआ है, जिससे आयात सस्ता पड़ा। अच्छी बात ये भी रही कि सरकार ने टैक्स या एक्साइज ड्यूटी में कोई बढ़ोतरी नहीं की। कुछ राज्यों में डिस्ट्रीब्यूशन कॉस्ट भी कम हो गई, जिससे खुदरा दाम नीचे आ गए।
बड़े शहरों में 29 जून के लेटेस्ट रेट
देश के बड़े शहरों में पेट्रोल और डीजल के ताजा रेट इस प्रकार हैं:
- दिल्ली: पेट्रोल ₹94.72 | डीजल ₹87.62
- मुंबई: पेट्रोल ₹104.21 | डीजल ₹92.15
- कोलकाता: पेट्रोल ₹103.94 | डीजल ₹90.76
- चेन्नई: पेट्रोल ₹100.75 | डीजल ₹92.34
- हैदराबाद: पेट्रोल ₹107.46 | डीजल ₹95.70
- बैंगलोर: पेट्रोल ₹102.92 | डीजल ₹89.02
- जयपुर: पेट्रोल ₹104.72 | डीजल ₹90.21
- लखनऊ: पेट्रोल ₹94.69 | डीजल ₹87.80
दिल्ली और लखनऊ जैसे शहरों में लगातार तीसरे महीने ईंधन की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है।
दिल्ली में लगातार मिल रही राहत
पिछले कुछ महीनों की तुलना करें तो दिल्ली में पेट्रोल-डीजल के रेट में साफ गिरावट दिख रही है।
- मार्च: पेट्रोल ₹98.00, डीजल ₹90.00
- अप्रैल: पेट्रोल ₹96.50, डीजल ₹89.50
- मई: पेट्रोल ₹95.00, डीजल ₹88.00
- जून: पेट्रोल ₹94.72, डीजल ₹87.62
इस लगातार कमी से यह उम्मीद बनती है कि आगे भी दरों में स्थिरता या और राहत मिल सकती है।
आम लोगों को कैसे मिलेगा फायदा?
ईंधन के सस्ते होने का सबसे सीधा असर आम जनता पर पड़ता है। रोज बाइक या कार से ऑफिस जाने वालों का हर महीने कुछ सौ रुपये की बचत हो सकती है। साथ ही ट्रैवल, डिलीवरी और ओला-उबर जैसी सर्विसेज़ की लागत भी घटेगी, जिससे किराए भी कम हो सकते हैं। स्कूली बसों, ऑटो और टैक्सी से सफर करने वालों को भी राहत मिलेगी।
ट्रांसपोर्ट और इंडस्ट्री को भी होगा फायदा
ट्रक, बस, टैक्सी और माल ढुलाई जैसे परिवहन साधनों की लागत में गिरावट आएगी। इसका असर मार्केट में दिखेगा – सामान की ढुलाई सस्ती होगी तो कई चीजों की कीमतें स्थिर या घट सकती हैं। साथ ही, फैक्ट्रियों और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में भी डीजल से चलने वाली मशीनों की लागत कम हो जाएगी, जिससे उत्पादन सस्ता और ज्यादा होगा।
अलग-अलग राज्यों में रेट क्यों अलग हैं?
भारत में हर राज्य अपनी मर्जी से VAT (Value Added Tax) लगाता है, इसलिए पेट्रोल-डीजल के रेट अलग-अलग होते हैं। कुछ राज्यों में डिस्ट्रीब्यूशन कॉस्ट और ट्रांसपोर्ट का खर्च ज्यादा होने के कारण वहां कीमतें भी ज़्यादा रहती हैं। शहरों और रिमोट एरिया में ये फर्क और भी बढ़ जाता है।
आगे क्या हो सकता है?
अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं, तो भारत में भी पेट्रोल-डीजल की दरें और कम हो सकती हैं। सरकार अगर टैक्स में थोड़ी राहत दे तो और राहत संभव है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते चलन से भी भविष्य में पेट्रोल-डीजल की मांग में गिरावट देखने को मिल सकती है।
29 जून को जारी हुए पेट्रोल और डीजल के नए रेट्स ने आम लोगों को कुछ राहत दी है। लगातार तीसरे महीने ईंधन सस्ता हुआ है, जिससे ट्रांसपोर्ट, इंडस्ट्री और मार्केट पर भी अच्छा असर पड़ा है। उम्मीद की जा रही है कि अगर यही रुख बना रहा, तो आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल और सस्ते हो सकते हैं।
Disclaimer
यह लेख 29 जून 2025 को जारी पेट्रोल-डीजल कीमतों और सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित है। राज्यवार रेट में अंतर VAT और डिस्ट्रीब्यूशन कॉस्ट के अनुसार हो सकता है। कृपया अपने शहर का सटीक रेट जानने के लिए सरकारी ऐप या वेबसाइट चेक करें।