Gold Rate – पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिल रहा है। हर दिन गोल्ड रेट नई ऊंचाइयों को छू रहा है, जिससे आम खरीदारों की नींद उड़ी हुई है। लेकिन अब राहत की खबर सामने आई है। एक ताज़ा रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आने वाले कुछ ही महीनों में सोने की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है। अगर आप भी गोल्ड खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो रुक जाइए, क्योंकि 92 दिनों के अंदर 10 ग्राम सोना सस्ते में मिल सकता है।
अब कैसा चल रहा है सोने का रेट?
जून का आधा महीना बीत चुका है लेकिन गोल्ड प्राइस का उतार-चढ़ाव थमने का नाम नहीं ले रहा। बीते कुछ हफ्तों में सोने के दाम 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के आंकड़े को पार कर चुके हैं। इससे आम खरीदारों की टेंशन और भी बढ़ गई है। लेकिन राहत की बात यह है कि अब मार्केट एक्सपर्ट्स और रिपोर्ट्स बता रही हैं कि जल्द ही सोने की चमक थोड़ी फीकी पड़ सकती है।
कितनी हो सकती है गिरावट?
रिपोर्ट्स की मानें तो सोने की कीमतें आने वाले महीनों में गिरकर 77,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती हैं। वहीं इंटरनेशनल मार्केट में इसकी कीमतें 3,000 डॉलर प्रति औंस से भी नीचे आ सकती हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब गोल्ड मार्केट में करेक्शन देखने को मिलेगा और यह गिरावट धीरे-धीरे नजर आएगी।
एक साल में कितनी तेजी आई है गोल्ड में?
अगर पिछले एक साल के आंकड़ों को देखा जाए तो गोल्ड में करीब 45 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है। सिर्फ 2025 में ही सोना लगभग 35 प्रतिशत तक महंगा हो चुका है। इस साल अप्रैल महीने में इंटरनेशनल लेवल पर सोने की कीमतें 3,500 डॉलर प्रति औंस के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थीं। वहीं भारत में 16 जून को सोना अपने टॉप रेट्स पर ट्रेड कर रहा था।
डिमांड क्यों हो रही है कम?
सोने की कीमतें जितनी ज्यादा बढ़ीं, उतनी ही तेजी से इसकी डिमांड में गिरावट आना शुरू हो गई है। आम आदमी की पॉकेट पर इसका असर साफ दिख रहा है। इतना महंगा सोना हर किसी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है। वहीं इंटरनेशनल पॉलिटिक्स में इसराइल और ईरान के बीच बातचीत की संभावना ने भी सोने की कीमतों को थोड़ा स्थिर कर दिया है।
तीसरी तिमाही में क्या होगा गोल्ड रेट का हाल?
2025 की तीसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर के बीच 92 दिनों के भीतर सोने की कीमतों में गिरावट आने की संभावना जताई गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार इस दौरान गोल्ड इंटरनेशनल मार्केट में 3,100 से 3,500 डॉलर प्रति औंस के बीच रह सकता है। वहीं भारत में यह गिरावट 95,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक ले जा सकती है। यानि अब सोने की चमक कम से कम आम आदमी की उम्मीदों के हिसाब से थोड़ी हल्की हो सकती है।
2026 में कब मिलेगा 77 हजार में सोना?
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2026 की दूसरी छमाही तक सोने की कीमतें 2,500 से 2,700 डॉलर प्रति औंस के बीच आ सकती हैं। इसका मतलब है कि अगर इसे भारतीय करेंसी में देखा जाए तो सोना जुलाई 2026 तक लगभग 77,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ सकता है। हालांकि यह समय गोल्ड इन्वेस्टर्स के लिए थोड़ा निराशाजनक हो सकता है।
क्यों आएगी इतनी बड़ी गिरावट?
गोल्ड एक्सपर्ट्स का कहना है कि 2025 के अंत और 2026 के शुरुआती महीनों में निवेशकों का रुझान धीरे-धीरे सोने से हटने लगेगा। इसकी सबसे बड़ी वजह अमेरिका में मिड-टर्म इलेक्शन होंगे, जहां ट्रंप की लोकप्रियता और अमेरिकी अर्थव्यवस्था की ग्रोथ पर अच्छा असर पड़ सकता है। इससे निवेशक दूसरी सेफ इनवेस्टमेंट ऑप्शन जैसे स्टॉक्स या बॉन्ड्स की ओर झुक सकते हैं, जिससे गोल्ड की मांग में गिरावट आ सकती है।
क्या करना चाहिए गोल्ड खरीदारों को?
अगर आप भी गोल्ड में निवेश या खरीदारी करने की सोच रहे हैं तो फिलहाल थोड़ा इंतजार करना फायदेमंद हो सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले महीनों में कीमतों में गिरावट दिखेगी, जिससे आपको सस्ता गोल्ड मिल सकता है। ऐसे में जल्दबाज़ी में खरीदारी करने से बचें और बाजार पर नजर बनाए रखें।
Disclaimer
यह लेख विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और बाजार विशेषज्ञों की राय के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। निवेश या खरीदारी से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें, क्योंकि बाजार की स्थितियां समय के साथ बदल सकती हैं।