Aadhaar Card Rules – आज के समय में आधार कार्ड हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे बैंक खाता खुलवाना हो, स्कूल में एडमिशन लेना हो या फिर सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हो – हर जगह सबसे पहले आधार कार्ड की मांग की जाती है। ऐसे में अगर आधार कार्ड में कोई गलती हो जाए या फिर जानकारी अपडेट करनी हो तो उसके लिए कुछ नियम तय किए गए हैं जिन्हें जानना सभी के लिए जरूरी है।
आधार कार्ड में मोबाइल नंबर बदलने के नियम
अक्सर देखा गया है कि बहुत सारे लोग अपना पुराना मोबाइल नंबर बंद करके नया नंबर ले लेते हैं। अब ऐसे में पुराने नंबर से OTP नहीं आता, तो कई जरूरी काम अटक जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने आधार कार्ड में नया चालू मोबाइल नंबर अपडेट करवा लें। अच्छी बात यह है कि मोबाइल नंबर को आप जितनी बार चाहें उतनी बार बदल सकते हैं।
लेकिन एक जरूरी बात का ध्यान जरूर रखें – वही मोबाइल नंबर लिंक करवाएं जो इस वक्त आप इस्तेमाल कर रहे हैं और जिसकी सिम आपके पास है। क्योंकि आधार से जुड़ी सेवाएं जैसे e-KYC, OTP वेरिफिकेशन आदि उसी नंबर पर आती हैं।
आधार कार्ड में नाम बदलने के नियम
नाम में बदलाव को लेकर UIDAI ने एक सख्त नियम लागू कर रखा है। आधार कार्ड में नाम आप पूरे जीवन में केवल दो बार ही बदल सकते हैं। इसलिए जब भी आप नाम बदलवाने की सोचें, तो ध्यान से सोच-समझकर ही बदलाव करें।
नाम बदलवाने के लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेज भी जमा करने होते हैं जैसे पैन कार्ड, राशन कार्ड या फिर कोई अन्य सरकारी दस्तावेज जो आपके सही नाम को साबित कर सके। नाम में बार-बार बदलाव की अनुमति नहीं है, इसलिए एक बार में ही सही और सटीक जानकारी अपडेट करवा लें।
जन्मतिथि में बदलाव को लेकर सख्त नियम
जन्मतिथि यानी Date of Birth में बदलाव को लेकर UIDAI ने सबसे सख्त नियम बनाए हैं। दरअसल, आधार कार्ड में आप अपनी जन्मतिथि सिर्फ एक ही बार बदलवा सकते हैं।
ऐसे में अगर आपके आधार कार्ड में जन्मतिथि गलत दर्ज है, तो तुरंत सुधार करवाएं क्योंकि आगे चलकर ये बड़ी दिक्कत बन सकती है। सुधार के लिए आपके पास जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल सर्टिफिकेट या अन्य कोई आधिकारिक दस्तावेज होना जरूरी है।
जन्मतिथि में बार-बार बदलाव की अनुमति इसलिए नहीं दी जाती क्योंकि इससे लोग अपनी उम्र के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं, जिससे भविष्य में कानूनी और प्रशासनिक समस्याएं खड़ी हो सकती हैं।
पता (एड्रेस) बदलने के नियम
अगर आप किसी दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं – जैसे गांव से शहर या किराए के मकान से खुद के मकान में – तो आप अपने आधार कार्ड में जितनी बार चाहें उतनी बार पता बदल सकते हैं।
पता अपडेट करने के लिए आपके पास कुछ दस्तावेज होना जरूरी है जैसे बिजली का बिल, गैस का कनेक्शन, बैंक पासबुक, किराया समझौता (Rent Agreement) या राशन कार्ड।
पता बदलवाने के लिए आप ऑनलाइन पोर्टल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं, लेकिन कभी-कभी डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन के लिए नजदीकी आधार सेंटर पर जाना पड़ता है।
कौन-कौन से काम ऑनलाइन और कौन से ऑफलाइन होते हैं
आधार कार्ड से जुड़े कुछ काम आप ऑनलाइन कर सकते हैं और कुछ के लिए आपको आधार सेंटर जाना होगा। जैसे कि मोबाइल नंबर, ईमेल ID, बायोमैट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट, फोटो, आईरिस) और जन्मतिथि में बदलाव केवल ऑफलाइन ही किए जा सकते हैं।
वहीं नाम और पता में आंशिक बदलाव आप ऑनलाइन भी कर सकते हैं। हालांकि कभी-कभी नियमों में बदलाव होता रहता है, इसलिए जरूरी है कि आप UIDAI की ऑफिशियल वेबसाइट से ताजा जानकारी लेते रहें ताकि बाद में कोई परेशानी न हो। आधार कार्ड में जानकारी को अपडेट करना अब पहले से ज्यादा आसान तो हो गया है, लेकिन इसके लिए सरकार ने कुछ सीमाएं भी तय कर दी हैं। अब मोबाइल नंबर आप जब चाहें तब बदल सकते हैं लेकिन नाम केवल दो बार और जन्मतिथि सिर्फ एक बार ही बदली जा सकती है। इसलिए बदलाव करने से पहले जानकारी की पुष्टि जरूर करें और सभी जरूरी दस्तावेज तैयार रखें।
Disclaimer
इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न सरकारी पोर्टल और सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित है। नियमों में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं, इसलिए किसी भी प्रकार का अपडेट करने से पहले UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी आधार सेवा केंद्र से ताजा जानकारी जरूर प्राप्त करें। लेख का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, इसे कानूनी सलाह न समझा जाए।