School Holidays – अगर आपके बच्चे भी सरकारी या प्राइवेट स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं और आप सोच रहे थे कि अब वे स्कूल जाना शुरू करेंगे, तो रुक जाइए! क्योंकि गर्मी ने फिर एक बार से स्थिति को बिगाड़ दिया है। देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी और लू के चलते अब स्कूलों को दोबारा 10 जुलाई तक बंद रखने की मांग उठ रही है। अभी तक सरकार की ओर से कोई अंतिम फैसला तो नहीं आया है, लेकिन अभिभावकों और शिक्षकों की गुजारिश को देखते हुए यह संभावना काफी प्रबल है कि छुट्टियों को आगे बढ़ाया जाए।
भीषण गर्मी से बच्चे बेहाल, अभिभावकों की बढ़ी चिंता
इस साल गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में तापमान 45 डिग्री के पार चला गया है। ऐसे में बच्चे स्कूल जाने की हालत में नहीं हैं। पहले ही 30 जून तक गर्मी की छुट्टियों का ऐलान कर दिया गया था, लेकिन अब जब 1 जुलाई से स्कूल खुलने की बात हो रही थी, तभी एक बार फिर से गर्मी ने अपनी पकड़ और मजबूत कर ली है। इस कारण से स्कूलों को फिर से बंद रखने की मांग ज़ोर पकड़ रही है।
सरकारी आदेश का इंतज़ार, लेकिन मांग तेज
शिक्षकों, प्रधानाचार्यों और अभिभावकों की तरफ से सरकार से यह गुजारिश की जा रही है कि 10 जुलाई तक स्कूलों को फिर से बंद रखा जाए ताकि बच्चों की सेहत पर कोई बुरा असर न पड़े। 30 जून को पहले से ही गर्मी की छुट्टियाँ समाप्त हो गई थीं, लेकिन तापमान में कोई गिरावट नहीं आई है। अब ये आवाज़ें और तेज़ हो गई हैं कि कम से कम 10 जुलाई तक का समय और दिया जाए, जिससे बच्चों को राहत मिल सके।
स्वास्थ्य के लिए बढ़ता खतरा
स्कूलों में पढ़ने वाले छोटे बच्चों को भीषण गर्मी में स्कूल भेजना एक जोखिम भरा कदम हो सकता है। पहले भी देखा गया है कि गर्मी की वजह से बच्चों को हीट स्ट्रोक, चक्कर और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। डॉक्टर भी सलाह दे रहे हैं कि बच्चों को दोपहर के समय घर में ही रखा जाए और धूप से दूर रखा जाए। ऐसे में अभिभावक भी बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं।
क्या सरकार मानेगी मांग?
फिलहाल सरकार की तरफ से कोई नया आदेश जारी नहीं हुआ है। लेकिन जैसे-जैसे तापमान की स्थिति गंभीर हो रही है, वैसे-वैसे उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार इस मामले में जल्द ही फैसला लेगी। शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन की तरफ से भी जिलास्तर पर लगातार निवेदन भेजा जा रहा है कि स्कूलों को कुछ दिन और बंद रखा जाए। हालांकि अंतिम फैसला जिलाधिकारी और राज्य सरकार के नोटिस के अनुसार ही लिया जाएगा।
हर राज्य की अलग स्थिति, जानिए आपके शहर में क्या है अपडेट
देशभर में सभी राज्यों में एक समान निर्णय नहीं लिया गया है। कुछ राज्यों में जहां तापमान में थोड़ी गिरावट आई है, वहां स्कूलों को समय से खोल दिया गया है। वहीं दूसरी ओर, जिन जिलों में गर्मी अभी भी चरम पर है, वहां अभी स्कूल खोलना एक बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है। इसलिए यह ज़रूरी है कि आप अपने जिले के शिक्षा विभाग की वेबसाइट या स्थानीय समाचार चैनल्स से अपडेट लेते रहें। आपके जिले में स्कूल कब खुलेंगे, यह पूरी तरह से स्थानीय प्रशासन के फैसले पर निर्भर करेगा।
बच्चों की सुरक्षा है प्राथमिकता
सरकार की प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य है। इसलिए कोई भी निर्णय जल्दबाज़ी में नहीं लिया जाएगा। अगर गर्मी इसी तरह बनी रही, तो स्कूलों की छुट्टियाँ आगे भी बढ़ सकती हैं। स्कूल प्रबंधन, शिक्षक और अभिभावक सभी मिलकर सरकार से अपील कर रहे हैं कि बच्चों के भविष्य से पहले उनके स्वास्थ्य को महत्व दिया जाए।
Disclaimer
यह लेख उपलब्ध मीडिया रिपोर्ट्स, राज्यों से प्राप्त जानकारी और अभिभावकों की मांगों के आधार पर तैयार किया गया है। स्कूल खुलने या बंद रहने से जुड़ा अंतिम निर्णय संबंधित राज्य सरकार या स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी आधिकारिक नोटिस के अनुसार मान्य होगा। कृपया स्कूल संबंधित जानकारी के लिए अपने जिले की शिक्षा वेबसाइट या स्कूल से संपर्क अवश्य करें।