Railway New Rule – भारतीय रेलवे ने 2025 में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को लेकर कुछ ऐसे बदलाव किए हैं, जो हर रेल यात्री के लिए जानना बेहद जरूरी है। चाहे आप रोजाना ट्रेन से सफर करते हों या साल में एक-दो बार लंबी दूरी की यात्रा करते हों, ये नियम आपके टिकट बुकिंग से लेकर रिफंड तक सबकुछ बदल देंगे। रेलवे ने नियमों में जो नई चाल चली है, वो अब सीधे जेब और सफर दोनों पर असर डालने वाली है।
अब वेटिंग टिकट पर नहीं चलेगा जुगाड़
पहले लोग वेटिंग टिकट लेकर भी स्लीपर या एसी कोच में किसी तरह घुस ही जाते थे, लेकिन अब ऐसा करना महंगा पड़ सकता है। रेलवे ने साफ कर दिया है कि वेटिंग टिकट अब सिर्फ जनरल कोच में ही मान्य होगा। अगर कोई यात्री वेटिंग टिकट लेकर स्लीपर या एसी में चढ़ता है तो उसे भारी जुर्माना भरना होगा। एसी कोच में पकड़े जाने पर 440 रुपये तक का जुर्माना और अगले स्टेशन तक का किराया देना पड़ेगा। वहीं स्लीपर में पकड़े जाने पर 250 रुपये जुर्माना लगेगा। ये कदम इसलिए उठाया गया है ताकि कोच में भीड़ कम हो और रिजर्व यात्रियों को दिक्कत ना हो।
तत्काल टिकट बुक करने वालों को अब दिखाना होगा आधार
अगर आप भी सुबह 10 बजे लैपटॉप खोलकर तत्काल टिकट की रेस में शामिल होते हैं, तो अब आधार कार्ड तैयार रखना होगा। रेलवे ने आधार वेरिफिकेशन को अनिवार्य कर दिया है। IRCTC अकाउंट को आधार से लिंक करना जरूरी है, तभी बुकिंग होगी। खास बात ये है कि बुकिंग के पहले 10 मिनट सिर्फ आधार वेरिफाइड यूजर्स ही टिकट बुक कर पाएंगे। बुकिंग के समय OTP आएगा जो आधार से लिंक होगा। रेलवे ने ये कदम फर्जी बुकिंग और दलालों पर लगाम लगाने के लिए उठाया है। अब तक करीब 3.5 करोड़ फर्जी आईडी ब्लॉक की जा चुकी हैं।
अब 120 नहीं, सिर्फ 60 दिन पहले कर पाएंगे बुकिंग
रेलवे ने ट्रेन टिकट की एडवांस बुकिंग की अवधि को 120 दिन से घटाकर 60 दिन कर दिया है। यानी अब 4 महीने पहले नहीं, सिर्फ 2 महीने पहले की टिकट ही बुक हो सकेगी। इससे यात्रियों को यात्रा की प्लानिंग करने में ज्यादा सहजता मिलेगी और वेटिंग लिस्ट भी कम होगी। साथ ही जो लोग बिना सफर के टिकट बुक करके सीट होल्ड करते थे, अब उनके लिए मुश्किलें बढ़ेंगी क्योंकि सीट का गलत इस्तेमाल नहीं हो पाएगा।
रिफंड पॉलिसी हुई टाइट – अब मिलेगा ₹0 रिफंड भी
सबसे चौंकाने वाला बदलाव रिफंड को लेकर है। अब अगर आपने टिकट कैंसिल किया तो रिफंड तभी मिलेगा जब ट्रेन रद्द हो या 3 घंटे से ज्यादा लेट हो। अगर ट्रेन समय से चल रही है और आप खुद यात्रा नहीं करते तो आपको ₹0 यानी कोई रिफंड नहीं मिलेगा। ये फैसला सीटों का सही उपयोग सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है ताकि बिना वजह सीटें खाली न जाएं और ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को यात्रा का मौका मिले।
AI से होगा सीट अलॉटमेंट – अब भाग्य नहीं, सिस्टम तय करेगा सीट
अब रेलवे ने सीट अलॉटमेंट की प्रक्रिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को शामिल कर लिया है। इसका मतलब ये है कि अब सीट किसे मिलेगी, ये कम्प्यूटर तय करेगा, वो भी फेयर और तेज तरीके से। इससे बुकिंग में पारदर्शिता आएगी और फर्जी आईडी से बुकिंग की संभावना भी घटेगी। AI सिस्टम यात्रियों की लोकेशन, ट्रैवल पैटर्न और कोच की उपलब्धता के हिसाब से सीटों का अलॉटमेंट करेगा, जिससे सफर का अनुभव और बेहतर हो जाएगा।
कुछ और बड़े अपडेट्स जिन पर नजर रखना जरूरी है
अब AC क्लास की तत्काल बुकिंग सुबह 10 बजे से और नॉन-AC क्लास की बुकिंग सुबह 11 बजे से शुरू होगी। विदेशी यात्रियों को भी बड़ी राहत मिली है – वो अब 365 दिन पहले तक टिकट बुक कर सकते हैं। इसके अलावा रेलवे “अमृत भारत 2.0” ट्रेनों को शुरू कर रहा है, जिसमें लग्जरी सुविधाएं सस्ते दामों पर मिलेंगी और अगले दो साल में 50 नई ट्रेनें चलाई जाएंगी। ट्रेन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए “कवच” नाम का एंटी-कोलिजन सिस्टम भी लागू किया गया है, जो दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करेगा। साथ ही रेलवे पर्यावरण के लिए भी बड़ा कदम उठा रहा है और पूरे नेटवर्क में इलेक्ट्रिफिकेशन और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा दे रहा है।
यात्रियों को क्या करना चाहिए?
अगर आप ट्रेन से सफर करने की योजना बना रहे हैं तो कुछ बातों का खास ध्यान रखें। टिकट बुकिंग से पहले आधार वेरिफिकेशन जरूर कराएं, खासकर अगर तत्काल बुकिंग करनी है। वेटिंग टिकट लेकर किसी रिजर्व कोच में ना चढ़ें क्योंकि इससे न केवल परेशानी होगी बल्कि जुर्माना भी लगेगा। टिकट बुकिंग की नई टाइमिंग और पीरियड का ध्यान रखें ताकि आप प्लानिंग सही कर सकें। और हां, टिकट बुकिंग के लिए हमेशा IRCTC की ऑफिशियल वेबसाइट या ऐप का ही इस्तेमाल करें ताकि आप किसी फर्जी वेबसाइट के चक्कर में ना पड़ें।
रेलवे ने जो बदलाव किए हैं, वो सीधे यात्रियों की यात्रा के अनुभव को बेहतर और सुरक्षित बनाने की दिशा में उठाए गए कदम हैं। चाहे वो वेटिंग टिकट पर रोक हो, आधार आधारित बुकिंग, AI से सीट अलॉटमेंट या रिफंड पॉलिसी – इन सभी बदलावों का मकसद टिकटिंग सिस्टम में पारदर्शिता और विश्वसनीयता लाना है। अगर आप इन नियमों को ध्यान में रखकर टिकट बुक करेंगे तो आपकी यात्रा ज्यादा सहज, आरामदायक और बिना किसी टेंशन के पूरी होगी।
Disclaimer
यह लेख सूचना आधारित है और इसमें दी गई जानकारी भारतीय रेलवे द्वारा जारी सार्वजनिक बदलावों पर आधारित है। कृपया यात्रा से पहले IRCTC या रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर नवीनतम अपडेट जरूर चेक करें, क्योंकि नियम समय के साथ बदल सकते हैं।