SBI FD Scheme – अगर आप हर महीने एक तय राशि कमाना चाहते हैं वो भी बिना किसी रिस्क के, तो SBI की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम आपके लिए एक शानदार ऑप्शन हो सकती है। खासकर रिटायर्ड लोगों के लिए यह स्कीम बहुत फायदेमंद है क्योंकि इसमें न सिर्फ आपकी जमा रकम सुरक्षित रहती है बल्कि हर महीने एक फिक्स इनकम भी मिलती है।
SBI फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम के फायदे
SBI की FD स्कीम सिर्फ पैसे जमा करने की सुविधा नहीं देती, बल्कि यह एक ऐसा निवेश विकल्प है जो आपको नियमित मासिक आय का मौका भी देता है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी सेविंग्स से हर महीने कुछ पैसा आता रहे तो ये स्कीम आपके लिए एकदम फिट है। इसमें ब्याज दरें भी बेहतर मिलती हैं और आपकी पूंजी पूरी तरह सुरक्षित रहती है।
SBI FD कैसे काम करती है?
इस स्कीम में आप तय राशि के लिए एक फिक्स्ड अवधि का चुनाव करते हैं – जैसे 1 साल, 5 साल या 10 साल। इसके बाद बैंक आपको उस अवधि के लिए तय ब्याज दर पर हर महीने ब्याज देती है। आपकी मूल राशि फिक्स रहती है और सिर्फ ब्याज हर महीने खाते में ट्रांसफर हो जाता है। यह स्कीम उन लोगों के लिए एकदम सही है जो नौकरी से रिटायर हो चुके हैं या जिनकी नियमित आमदनी नहीं है।
SBI की FD दरें और इनकम की गणना
SBI अपनी FD पर समय के अनुसार अलग-अलग ब्याज दर देता है। उदाहरण के लिए अगर आप ₹10,000 जमा करते हैं, तो:
अवधि | ब्याज दर | परिपक्वता राशि | मासिक इनकम |
---|---|---|---|
1 साल | 5.5% | ₹10,550 | ₹45.83 |
2 साल | 6.0% | ₹11,200 | ₹50 |
3 साल | 6.5% | ₹11,950 | ₹54.17 |
5 साल | 7.0% | ₹13,500 | ₹58.33 |
10 साल | 7.5% | ₹20,750 | ₹62.5 |
आप अगर बड़ी राशि निवेश करते हैं जैसे ₹1 लाख या ₹5 लाख, तो मासिक इनकम भी उसी अनुपात में ज़्यादा हो जाती है।
FD खोलने की प्रक्रिया – ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों आसान
आप चाहें तो घर बैठे SBI की वेबसाइट या YONO SBI ऐप से ऑनलाइन FD खोल सकते हैं। बस लॉगिन करें, FD विकल्प पर जाएं, राशि और समय चुनें, और पेमेंट कर दें। ऑफलाइन करने के लिए नजदीकी SBI ब्रांच जाकर FD फॉर्म भरें और पहचान पत्र के साथ जमा करें। तुरंत आपकी FD शुरू हो जाएगी और हर महीने ब्याज मिलना शुरू हो जाएगा।
टैक्स बेनिफिट भी मिलेगा
अगर आप टैक्स सेविंग FD चुनते हैं (जो 5 साल के लॉक-इन पीरियड के साथ आती है), तो आपको धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है। हालांकि हर FD पर ब्याज पर TDS कटता है, लेकिन आप फॉर्म 15G/15H भरकर TDS से बच सकते हैं, खासकर अगर आपकी इनकम टैक्स स्लैब में नहीं आती।
ध्यान रखने वाली जरूरी बातें
FD खोलने से पहले ये बातें जरूर ध्यान में रखें:
- FD की ब्याज दरें समय-समय पर बदलती रहती हैं, इसलिए निवेश से पहले रेट ज़रूर चेक करें।
- आपकी जरूरत के हिसाब से ही FD की अवधि तय करें।
- टैक्स सेविंग FD और रेगुलर FD में फर्क समझें – टैक्स बचाना है तो लॉक-इन पीरियड भी समझें।
- रिटायर्ड लोग मासिक इनकम ऑप्शन चुनें जिससे हर महीने खर्च के लिए पैसे मिलते रहें।
ये स्कीम किनके लिए बेस्ट है?
- रिटायर्ड लोग: जिनकी मासिक पेंशन नहीं है या जो पेंशन के अलावा अतिरिक्त इनकम चाहते हैं।
- घरेलू महिलाएं: जो सेविंग्स से कुछ रिटर्न चाहती हैं, बिना जोखिम के।
- छोटे निवेशक: जिनके पास थोड़ी-बहुत सेविंग है और वो उसे बढ़ाना चाहते हैं।
- स्टूडेंट्स के माता-पिता: जो बच्चों की फीज़ या खर्चों के लिए तय इनकम चाहते हैं।
Disclaimer
यह लेख SBI की FD स्कीम से जुड़ी पब्लिक डोमेन में उपलब्ध जानकारी पर आधारित है। ब्याज दरें और शर्तें समय के अनुसार बदल सकती हैं। निवेश से पहले बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट या ब्रांच में जाकर ताज़ा जानकारी प्राप्त करें और ज़रूरत हो तो फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।