Government Employees Salary – अगर आप सरकारी नौकरी में हैं या पेंशन पाते हैं, तो अब खुश हो जाइए। 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की जो ताज़ा खबरें आ रही हैं, वो सीधे आपकी जेब से जुड़ी हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो आपकी सैलरी में 2 से 3 गुना तक की बढ़ोतरी हो सकती है, और ये बदलाव 2026 से लागू हो सकता है।
क्या है 8वां वेतन आयोग?
हर दस साल में केंद्र सरकार एक नया वेतन आयोग लाती है ताकि सरकारी कर्मचारियों की सैलरी को समय और महंगाई के हिसाब से अपडेट किया जा सके। पिछला यानी 7वां वेतन आयोग 2016 में लागू हुआ था। अब उसकी मियाद दिसंबर 2025 तक है, और सरकार ने 16 जनवरी 2025 को 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है।
कब से लागू हो सकता है?
अगर सब कुछ सही रहा, तो 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी 2026 से लागू हो सकती हैं। अभी इसकी तैयारी शुरू हो गई है। रिपोर्ट बनेगी, समीक्षा होगी और फिर सरकार अंतिम फैसला लेगी।
कितनी बढ़ेगी सैलरी?
सबसे बड़ा सवाल यही है – सैलरी में कितना उछाल आएगा?
तो जवाब है कि ये ‘फिटमेंट फैक्टर’ पर निर्भर करेगा। 7वें आयोग में ये फैक्टर 2.57 था, जिससे न्यूनतम सैलरी 7,000 से बढ़कर 18,000 हो गई थी। अब माना जा रहा है कि नया फैक्टर 2.6 से 2.86 के बीच तय हो सकता है।
अगर ये 2.86 होता है, तो 18,000 की बेसिक सैलरी सीधे 51,480 रुपये हो जाएगी। यानी आपकी इनकम में 20% से लेकर 40% तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
किन कर्मचारियों को मिलेगा ज्यादा फायदा?
लेवल-1 के कर्मचारियों को सबसे ज्यादा फायदा मिल सकता है। जिनका अभी बेसिक वेतन 18,000 है, वो सीधे 50,000 के आसपास पहुंच सकता है। वहीं जिन अधिकारियों की सैलरी अभी 40,000 है, वो 1 लाख रुपये तक हो सकती है।
पेंशनर्स को कितना फायदा मिलेगा?
ये आयोग सिर्फ नौकरी वालों के लिए नहीं, बल्कि पेंशनभोगियों के लिए भी खुशखबरी लाया है। रिपोर्ट्स की मानें तो न्यूनतम पेंशन 9,000 से बढ़कर 25,740 रुपये हो सकती है। इसके अलावा फैमिली पेंशन और विधवा पेंशन में भी इज़ाफा होगा। सरकार नई हेल्थ बीमा योजना पर भी विचार कर रही है।
DA यानी महंगाई भत्ता भी बढ़ेगा
फिलहाल DA को बढ़ाकर 55% किया गया है। लेकिन 2026 तक ये और भी बढ़ सकता है। जब DA 50% पार कर जाता है, तो HRA, TA जैसे बाकी भत्ते भी ऑटोमैटिक बढ़ जाते हैं। यानी कुल मिलाकर आपके हाथ में अच्छी-खासी रकम आने लगेगी।
और क्या हो सकते हैं बदलाव?
- पे मैट्रिक्स में बदलाव: निचले वेतन लेवल्स को मर्ज किया जा सकता है और MACP (प्रमोशन स्कीम) में 3 की जगह 5 प्रमोशन का मौका मिल सकता है।
- नया फॉर्मूला: इस बार डॉ. वालेस आयरॉयड का खर्च आधारित फॉर्मूला लागू हो सकता है, जिसमें आपकी ज़रूरतों – जैसे खाना, कपड़े और रहने की लागत – को ध्यान में रखकर वेतन तय किया जाएगा।
देश की इकोनॉमी पर क्या असर पड़ेगा?
जैसे ही कर्मचारियों की सैलरी बढ़ेगी, बाजार में खरीदारी भी बढ़ेगी। इससे देश की GDP को बूस्ट मिलेगा और इनकम टैक्स कलेक्शन में भी इज़ाफा होगा। लेकिन सरकार पर खर्च का दबाव भी बढ़ेगा।
राज्य सरकारों पर असर?
हालांकि ये केंद्रीय वेतन आयोग है, लेकिन ज्यादातर राज्य सरकारें भी इसकी सिफारिशों को कुछ समय बाद लागू कर देती हैं। यानी राज्य कर्मचारी भी इस बढ़ोतरी का फायदा ले सकेंगे।
कर्मचारी संगठन भी एक्टिव
कर्मचारी यूनियनों ने सरकार से मांग की है कि जब तक आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं होती, तब तक इंटरिम राहत (interim relief) दी जाए। इस पर भी विचार चल रहा है।
8वां वेतन आयोग सिर्फ सैलरी बढ़ाने वाला फैसला नहीं है, बल्कि ये सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के मनोबल को भी ऊंचा करेगा। बेहतर आर्थिक स्थिति का मतलब है बेहतर काम और संतुष्टि। अब सबकी निगाहें इसी पर टिकी हैं कि इसे कब लागू किया जाएगा।
Disclaimer
यह लेख मीडिया रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों की संभावित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है। अंतिम निर्णय केंद्र सरकार द्वारा लिया जाएगा। कृपया आधिकारिक सूचना का इंतजार करें और उसी के आधार पर कोई निर्णय लें।