Railway Schemes For Senior Citizens – भारत में रेलवे सिर्फ एक यात्रा का माध्यम नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों के जीवन का अहम हिस्सा है। खासकर सीनियर सिटिज़न यानी 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों के लिए। हर साल लाखों बुजुर्ग ट्रेन से सफर करते हैं – कोई अपने बच्चों से मिलने जा रहा होता है, कोई तीर्थ यात्रा पर, तो कोई जरूरी काम के सिलसिले में। पिछले कुछ सालों में कोविड-19 के चलते रेलवे ने कुछ सुविधाएं बंद कर दी थीं, जिससे बुजुर्गों को काफी दिक्कत हुई। लेकिन अब 2025 में भारतीय रेलवे ने बुजुर्गों को राहत देते हुए दो नई बड़ी सुविधाओं का ऐलान किया है। ये सुविधाएं ना सिर्फ उनकी यात्रा को आसान बनाएंगी बल्कि उन्हें सम्मान का एहसास भी दिलाएंगी।
रेलवे की दो नई सुविधाएं – लोअर बर्थ और प्राथमिकता सीटें
2025 में रेलवे ने सीनियर सिटिज़न के लिए जिन दो खास सुविधाओं की घोषणा की है, वे हैं – लोअर बर्थ आरक्षण और प्राथमिकता सीटें। लोअर बर्थ यानी निचली सीट की सबसे ज्यादा जरूरत बुजुर्गों को ही होती है, क्योंकि ऊपर चढ़ना उनके लिए कठिन होता है। अब रेलवे ने हर स्लीपर क्लास में 6-7 लोअर बर्थ, 3AC में 4-5 और 2AC में 3-4 लोअर बर्थ सीनियर सिटिज़न के लिए रिजर्व कर दी हैं। जब बुजुर्ग ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं और ‘सीनियर सिटिज़न’ ऑप्शन चुनते हैं, तो उन्हें ये सीटें प्राथमिकता के आधार पर ऑटोमैटिकली अलॉट हो जाती हैं।
इस सुविधा का फायदा 45 साल से ऊपर की महिलाओं और गर्भवती महिलाओं को भी मिलेगा। अगर सफर के दौरान कोई लोअर बर्थ खाली रहती है, तो टीटीई उसे सीनियर सिटिज़न को अलॉट कर सकता है, जिससे उन्हें यात्रा में परेशानी न हो।
यह भी पढ़े:

हर कोच में प्राथमिकता सीटें और मुंबई लोकल में डेडिकेटेड कोच
रेलवे ने 2025 में ये भी तय किया है कि अब हर कोच में कुछ सीटें बुजुर्गों के लिए आरक्षित रहेंगी, ताकि उन्हें भीड़ में जगह पाने की मशक्कत न करनी पड़े। खासकर मुंबई की लोकल ट्रेनों में तो एक पूरा डिब्बा सीनियर सिटिज़न के लिए डेडिकेट किया जाएगा। इसमें बुजुर्गों के लिए अलग एंट्री और एग्जिट की सुविधा भी होगी। इससे उनका लोकल ट्रेन का अनुभव काफी आरामदायक बन जाएगा।
अन्य सुविधाएं जो बुजुर्गों के लिए बनी हैं खास
रेलवे ने केवल दो नई सुविधाएं ही नहीं दी हैं, बल्कि पहले से मौजूद कुछ सहूलियतों को भी और बेहतर किया है। जैसे अब बड़े रेलवे स्टेशनों पर बुजुर्गों के लिए मुफ्त व्हीलचेयर और पोर्टर सेवा उपलब्ध है। उन्हें भारी बैग उठाने या प्लेटफॉर्म तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो, इसका पूरा ध्यान रखा गया है। बड़े शहरों के रेलवे स्टेशनों पर बैटरी ऑपरेटेड कार्ट की भी सुविधा है, जिससे बुजुर्ग एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म तक बिना थके पहुंच सकते हैं।
लंबी दूरी की ट्रेनों में इमरजेंसी मेडिकल सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है। यदि कोई बुजुर्ग बीमार महसूस करते हैं, तो ऑनबोर्ड मेडिकल स्टाफ उन्हें प्राथमिक उपचार दे सकता है। इसके अलावा, अगर ट्रेन में ऊंची क्लास की कोई सीट खाली हो, तो सीनियर सिटिज़न को बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अपग्रेड भी किया जा सकता है। कई रेलवे स्टेशनों पर बुजुर्गों के लिए अलग हेल्प डेस्क भी बनाई गई है, जहां से उन्हें तुरंत सहायता या जानकारी मिल जाती है।
यह भी पढ़े:

कैसे पाएं इन सुविधाओं का लाभ?
अगर आप या आपके परिवार में कोई बुजुर्ग रेलवे से सफर करना चाहते हैं, तो सबसे पहले टिकट बुकिंग के समय अपनी उम्र सही-सही दर्ज करें और ‘सीनियर सिटिज़न’ का ऑप्शन जरूर सिलेक्ट करें। अगर आप ऑनलाइन टिकट बुक कर रहे हैं, तो भी ये विकल्प दिखेगा। स्टेशन पहुंचने पर अगर व्हीलचेयर, पोर्टर या अन्य किसी सहायता की जरूरत हो तो हेल्प डेस्क पर संपर्क करें। सफर के दौरान अगर लोअर बर्थ नहीं मिली हो तो टीटीई से अनुरोध जरूर करें। मुंबई लोकल या अन्य ट्रेनों में आरक्षित कोच का इस्तेमाल करना न भूलें।
क्या किराए में छूट वापस आएगी?
पहले रेलवे सीनियर सिटिज़न को किराए में 40 से 50 प्रतिशत तक छूट देता था, लेकिन कोविड के बाद इसे बंद कर दिया गया। 2025 में भी फिलहाल ये छूट बहाल नहीं हुई है। हालांकि, रेलवे मंत्रालय को लगातार इस छूट को वापस लाने की मांग की जा रही है। कहा जा रहा है कि मंत्रालय इस पर विचार कर रहा है, लेकिन अभी तक कोई पक्की घोषणा नहीं की गई है।
भविष्य की योजनाएं क्या हो सकती हैं?
रेलवे भविष्य में और भी सुविधाएं शुरू कर सकता है, जैसे कि हर स्टेशन पर बुजुर्गों के लिए अलग से हेल्प डेस्क, मोबाइल एप के जरिए रियल टाइम सहायता, हर कोच में ज्यादा आरक्षित सीटें, और प्लेटफॉर्म पर विशेष बैठने की व्यवस्था। सरकार का उद्देश्य यह है कि बुजुर्गों को सम्मान के साथ यात्रा का अनुभव मिले।
2025 में भारतीय रेलवे ने सीनियर सिटिज़न के लिए दो महत्वपूर्ण नई सुविधाओं – लोअर बर्थ आरक्षण और प्राथमिकता सीटों – की शुरुआत की है। इसके अलावा व्हीलचेयर, पोर्टर सेवा, मेडिकल सहायता और टिकट अपग्रेड जैसी कई सहूलियतें पहले से मौजूद हैं जिन्हें और बेहतर किया जा रहा है। किराए में छूट अभी भले नहीं मिली हो, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में रेलवे इस पर भी सकारात्मक कदम उठाएगा।
Disclaimer
यह लेख विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और रेलवे द्वारा समय-समय पर दी गई जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है। इनमें से कुछ सुविधाएं पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई हैं और कुछ पूरे भारत में लागू हैं। किराए में छूट को लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। सटीक जानकारी के लिए रेलवे की वेबसाइट या नजदीकी स्टेशन से पुष्टि जरूर करें।